प्रकृति ने वाकई एक से एक हैरान कर देने वाले जीवों को बनाया है। ये जीव अपनी खासियत से सबको हैरान कर देते हैं।
हम यहां बात कर रहे हैं एक ऐसी ही मछली के बारे में जिसकी एक या दो नहीं बल्कि चार आंखें हैं और वो किसी शीशे सी पारदर्शी है।
हम बात कर रहें हैं ग्लासहेड बारर्ले फिश के बारे में जो समुद्र में 800 से 1000 मीटर के अंदर रहती है। आमतौर पर किसी भी मछली के दोनों तरफ एक आंख होती है। लेकिन ग्लासहेड मछली के दोनों तरफ दो बड़ी और चमकीली आंखें होती हैं।
यह मछली द.अफ्रीका के केपटाउन के नजदीक स्थित पूर्वी अटलांटिक महासागर में पाई गई हैं। ये मछलियां ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड के बीच सागर में भी मिलती हैं।
वैज्ञानिकों का कहना है कि गहरे पानी में रहने वाली ये चार आंखों वाली मछलियां अपनी आंखों से एक ही बार में चार जगह देख सकती हैं।
सामने की दो आंखों से ये मछलियां अपने आगे के शिकार का पीछा करती हैं। जबकि पीछे की दो आंखों से वो अपने बगल में चल रही गतिविधियों और पानी में और नीचे चल रहे चीजों को एक साथ देख सकती हैं।
हम यहां बात कर रहे हैं एक ऐसी ही मछली के बारे में जिसकी एक या दो नहीं बल्कि चार आंखें हैं और वो किसी शीशे सी पारदर्शी है।
हम बात कर रहें हैं ग्लासहेड बारर्ले फिश के बारे में जो समुद्र में 800 से 1000 मीटर के अंदर रहती है। आमतौर पर किसी भी मछली के दोनों तरफ एक आंख होती है। लेकिन ग्लासहेड मछली के दोनों तरफ दो बड़ी और चमकीली आंखें होती हैं।
यह मछली द.अफ्रीका के केपटाउन के नजदीक स्थित पूर्वी अटलांटिक महासागर में पाई गई हैं। ये मछलियां ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड के बीच सागर में भी मिलती हैं।
वैज्ञानिकों का कहना है कि गहरे पानी में रहने वाली ये चार आंखों वाली मछलियां अपनी आंखों से एक ही बार में चार जगह देख सकती हैं।
सामने की दो आंखों से ये मछलियां अपने आगे के शिकार का पीछा करती हैं। जबकि पीछे की दो आंखों से वो अपने बगल में चल रही गतिविधियों और पानी में और नीचे चल रहे चीजों को एक साथ देख सकती हैं।
Source: Hindi News
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