बकौल महिला, वह न तो बोतल से
दूध पी रहा था और न ही कुछ खा रहा था। मेरे समझ में कुछ नहीं आ रहा था
लेकिन उस हालात में मैं उसे तड़पता हुआ नहीं छोड़ सकती थी। मुडो अपने इस
किए पर कोई पछतावा नहीं है बल्कि इस पहल से कुत्ते के बच्चे की जान बचाकर
मुडो खुशी हो रही है। हालांकि जानवरों के डॉक्टरों का मानना है कि पोषण के
लिहाज से किसी महिला का दूध किसी जानवर के लिए बहुत अच्छा नहीं माना जाता।
बहरहाल यह बच्चा भला चंगा और स्वस्थ है।
Source: Hindi News
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